विकासशील देशों में आर्थिक विकास व सामाजिक सशक्तिकरण एवं जमीनी स्तर पर नवाचार के लिए मोबाइल संचार प्रौद्योगिकी की भागीदारी बढ़ती जा रही है। एक अध्ययन के अनुसार हमारे देश में वर्ष 2020 तक इंटरनेट सुविधा के साथ 1143 मिलियन मोबाइल फोन उपयोगकर्ता हैं। इनमें ग्रामीण भारत का हिस्सा 53 प्रतिशत तक पहुंच गया है। यह जानकर आश्चर्य होगा कि ग्रामीण क्षेत्रों और कृषक समुदाय के बीच मोबाइल फोन का प्रचलन हाल के वर्षों में बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है।
मोबाइल फोन के साथ इंटरनेट का उपयोग भी इसी अनुपात में बढ़ता जा रहा है। यह उपयोग महज समाचार या मनोरंजन तक ही अब सीमित नहीं रह गया है, बल्कि हमारे किसान भाई भी अब स्मार्टपफोन का इस्तेमाल खेती-बाड़ी से जुड़ी सूचनाएं जुटाने में करने लग गए है। यह किसानों की खेती के प्रति जागरूकता कही जा सकती है।
मोबाइल फोन क्रांति की देन से आज हमारे देश के किसानों तक कृषि से संबंधित सम्पूर्ण जानकारियां घर बैठे पहुंच रही हैं। पहले किसानों तक कृषि की महत्वपूर्ण सूचनाएं पहुंच ही नहीं पाती थीं अथवा देरी से पहुंचती थीं। इसलिए मोबाइल फोन की उपयोगिता का खासतौर पर जिक्र करना जरूरी हो जाता है। भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि इस तकनीक के सहारे उन्नत खेती को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दिया जा सके। इसी क्रम में मौसम और खेती से संबंधित जानकारियां किसानों तक पहुंचाने के लिए हमारे देश के भू-विज्ञान एवं कृषि मंत्रालय द्वारा मेघदूत मोबाइल फोन ऐप को जुलाई 2019 में जारी किया गया है।
क्या है मेघदूत ऐप
हमारे देश के कृषि एवं भू-विज्ञान मंत्रालय ने मिलकर एक मेघदूत नाम से एक ऐप जारी किया है। इस ऐप के माध्यम से पशुपालन एवं कृषि से जुड़ी मौसम संबंधित जानकारियां किसानों को घर बैठे उपलब्ध हो जाती हैं। कभी-कभी बुआई करने के तुरन्त बाद बारिश होने से किसान को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में मेघदूत ऐप की सहायता से किसान घर बैठे मौसम के बारे में सम्पूर्ण जानकारियां प्राप्त करके खेती से संबंधित योजना तैयार कर सकते हैं।
प्रतिकूल मौसम होने की स्थिति में किसान सावधान होकर पशुपालन एवं कृषि में होने वाले नुकसान को कम कर सकते है। इस ऐप से आगामी 4-5 दिनों में होने वाली बारिश एवं मौसम को ध्यान में रखकर खेती की सलाह प्रदान की जाती है। इसके साथ-साथ पशुपालन संबंधित जानकारियां भी क्षेत्रीय भाषा में मिलती हैं। मेघदूत ऐप को अत्यधिक सुविधाजनक बनाया गया है। यह चित्रों एवं मानचित्रों के माध्यम से किसानों को सलाह देता है। इसको व्हाट्स ऐप एवं फेसबुक से जोड़कर किसान आपस में जानकारियों को साझा कर सकते हैं।
कैसे करें मोबाइल फोन में ऐप स्थापित
मेघदूत ऐप को किसान अपने स्मार्ट फोन में उपस्थित गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर जाकर बिना किसी शुल्क के मोबाइल फोन में स्थापित कर उपयोग कर सकते हैं।
मेघदूत ऐप पर पंजीकरण
इस ऐप को मोबाइल फोन में स्थापित करने के बाद सबसे पहले इसका पंजीकरण करना आवश्यक है। इसमें अपना नाम, मोबाइल संख्या, भाषा, लिंग, राज्य एवं जिला चुनकर पंजीकरण किया जा सकता है। पंजीकरण के बाद किसान अपना पंजीकृत मोबाइल नम्बर डालकर एवं अपनी पसंदीदा भाषा का चयन करके लॉग-इन कर सकते हैं। इसके बाद किसान अपने राज्य और जिलेवार मौसम और फसलों के बारे में आवश्यक जानकरियां प्राप्त कर सकते हैं।
कैसे करेगा मेघदूत ऐप काम
किसानों को अब मौसम की सटीक जानकारियां प्राप्त करने के लिए टेलीविजन अथवा रेडियो की आवश्यकता नहीं होगी। अब किसान सीधे ही मेघदूत ऐप के माध्यम से जानकारिया प्राप्त कर सकते हैं। इसकी सहायता से किसान तापमान, वर्षा, नमी, वायु की तीव्रता एवं दिशा के बारे में बड़ी सरल भाषा में जानकारियां ले सकते हैं। यह ऐप किसानों को उनके क्षेत्र के अनुसार कृषि एवं मवेशियों के लिये मौसम आधारित सलाह उनकी स्थानीय भाषा में उपलब्ध करवाता हैं।
इससे किसान पफसल एवं मवेशियों की बेहतर देखभाल तथा आगामी योजना तैयार कर सकते हैं। मेघदूत ऐप में सप्ताह में दो बार मंगलवार एवं शुक्रवार को सम्पूर्ण जानकारी अपडेट होती है। यह ऐप अभी तक देश के 668 जिलों की मौसम संबंधित जानकारियां उपलब्ध करवाता है, लेकिन वर्ष 2021 तक यह भारत के सभी जिलों की जानकारी उपलब्ध करवाने में सक्षम होगा।
इस ऐप के उपभोक्ता डैशबोर्ड पर जाकर नए स्थान को जोड़ और हटा सकते हैं, वहीं इसके जल्दी देखो भाग के जरिए मौसम और फसल के लिए दी गई सलाह को डैशबोर्ड पर जोड़े बगैर भी देख सकते हैं। इसमें एक अन्य सुविधा पिछला मौसम भी दिया गया है, जिसकी मदद से किसान अपने क्षेत्र के पिछले सात दिनों के मौसम के बारे में जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। आज के समय में जलवायु में कब और क्या-क्या परिर्वतन हो जाये इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।
वर्तमान में कभी भी अतिवृष्टि, अनावृष्टि, तूफान का आना, बेमौसम वर्षा होना, अधिक गर्मी एवं अधिक ठण्ड का पड़ना आम बात हो गई है। इन परिस्थितियों में सफलतापूर्वक खेती करने के लिए मौसम का पूर्वानुमान होना अतिआवश्यक है, ताकि किसान समय रहते खेती एवं पशुपालन से संबंधित योजनाएं बना सकें। इसलिए किसानों के लिए मेघदूत मोबाइल ऐप एक वरदान साबित हो सकता है एवं आज के परिवेश मे इसका बहुत अधिक महत्व है।
मेघदूत ऐप से किसानों को फायदा
भविष्य की योजना बनाकर खेती करने में आसानी।
प्रतिकूल मौसम के बारे में अग्रिम जानकारी होने पर किसानों द्वारा फसल में नुकसान से बचने के उपाय किये जा सकते हैं।
समय पर कीट-रोगों से फसल को बचाया जा सकता है।
यह ऐप विभिन्न क्षेत्रों में किसानों को उनकी स्थानीय भाषाओं जैसे-हिंदी, मराठी, बंगाली, गुजराती और उड़िया समेत 10 भाषाओं में मौसम का पूर्वानुमान बताता है।
इसमें हवा की गति, दिशा, नमी और वर्षा जैसी जानकारियां समय रहते प्राप्त की जा सकती हैं।
यह ऐप किसानों को उनके क्षेत्र में उगाई जाने वाली सभी प्रमुख फसलों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाता है जैसे किस फसल की बुआई कब करनी है, फसल में रसायनों के प्रयोग के बारे में व फसलो की कटाई कब करनी है इत्यादी।
मेघदूत ऐप मौसम की जानकारी के अलावा चुनिंदा क्षेत्रों के लिए हर मंगलवार एवं शुक्रवार को मवेशियों की जरूरत के आधार पर सुझाव देता रहता है कि कैसे किसान अपने पशुओं के आहार व स्वस्थ ध्यान रख सकते हैं।
लेखक विवरण
(*रमेश चन्द बाना एवं पी. के. गुप्ता)
कृषि विज्ञान केंद्र, दिल्ली
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